परिचय ( Introduction )

बिहार में वर्ष 2025 के विधानसभा चुनावों का महत्त्व बहुत अधिक है — यह न सिर्फ प्रदेश की राजनीतिक दिशा तय करेगा बल्कि राज्य के सामाजिक-आर्थिक समीकरणों में भी बदलाव की संभावना है। इस बार चुनाव दो चरणों में आयोजित हो रहे हैं:

📅 पहला चरण — 6 नवंबर 2025
📅 दूसरा चरण — 11 नवंबर 2025
📊 परिणाम की घोषणा — 14 नवंबर 2025

इस ब्लॉग में हम पहले चरण का पूरा विवरण देंगे — किन इलाकों में मतदान होगा, कितनी सीटें हैं, राजनीतिक माहौल कैसा है, और चुनाव आयोग की तैयारियाँ कैसी हैं।


🗓️ पहले चरण का पूरा विवरण

📍 कब और कहाँ मतदान होगा

  • पहले चरण में कुल 121 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा।
  • ये सीटें बिहार के 18 जिलों में फैली हुई हैं।
  • मतदान की तिथि — 6 नवंबर 2025 (बुधवार)
  • कुल मतदाता — लगभग 3.75 करोड़ (37.5 मिलियन)
  • मतदान केंद्रों की संख्या — करीब 36,733, जिनमें अधिकांश ग्रामीण क्षेत्र में स्थित हैं।

🏙️ कौन-कौन सी सीटें शामिल हैं

पहले चरण में जिन प्रमुख सीटों पर वोटिंग होगी, उनमें शामिल हैं:

📌 आलमनगर (Alamnagar)
📌 बिहारगंज (Bihariganj)
📌 सिंहेश्वर (SC) (Singheshwar)
📌 मधेपुरा (Madhepura)
📌 उदाकिशुनगंज
📌 सुपौल
📌 मधुबनी
📌 अररिया
📌 कटिहार
📌 पूर्णिया
📌 किशनगंज
📌 भागलपुर
📌 बांका
📌 मुंगेर
📌 जमुई
📌 नवादा
📌 गया
📌 औरंगाबाद

👉 कुल 121 सीटों में से कई सीटें अनुसूचित जाति (SC) आरक्षित श्रेणी की भी हैं।


⚖️ राजनीतिक परिदृश्य (Latest Update 2025)

पहले चरण में मुकाबला इस बार काफी दिलचस्प और बहु-कोणीय हो गया है।
मुख्य दलों और गठबंधनों में नई हलचलें और समीकरण देखने को मिल रहे हैं।


🟠 राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA)

NDA इस बार एक बड़े मोर्चे के रूप में उतरा है। इसमें शामिल हैं —
भारतीय जनता पार्टी (BJP), जनता दल (यूनाइटेड) [JD(U)], लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) [LJP-RV], और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM)

📊 सीट बंटवारा (Seat Sharing):

  • BJP — 101 सीटें
  • JD(U) — 101 सीटें
  • LJP (Ram Vilas) — 29 सीटें
  • HAM — 6 सीटें

NDA के लिए यह चुनाव नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार दोनों की साख का सवाल माना जा रहा है।
विकास, स्थिरता और कानून-व्यवस्था इसका मुख्य एजेंडा है।


🔴 महागठबंधन (Grand Alliance)

महागठबंधन की कमान राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के हाथ में है, और इसमें शामिल हैं —
RJD + कांग्रेस (INC) + वाम दल (CPI(ML), CPI, CPM)

📌 मुख्य मुद्दे:

  • बेरोजगारी और शिक्षा व्यवस्था
  • महँगाई और भ्रष्टाचार
  • ग्रामीण विकास और सामाजिक न्याय

तेजस्वी यादव ने युवाओं और किसानों को अपने अभियान का केंद्र बनाया है।
यह गठबंधन सामाजिक न्याय और बदलाव के नारे के साथ मैदान में है।


🟣 तीसरा मोर्चा और नए दल

इस बार तीसरे मोर्चे में कई छोटे लेकिन असरदार दल सक्रिय हैं।
सबसे ज्यादा चर्चा में है प्रशांत किशोर की पार्टी — जन सुराज पार्टी (JSP),
जो खुद को “परंपरागत राजनीति का विकल्प” बताकर जनता के बीच उतर रही है।

साथ ही, AIMIM, JAP, और कुछ स्वतंत्र उम्मीदवार भी स्थानीय स्तर पर प्रभाव दिखा रहे हैं।
इनका फोकस ज़्यादातर सीमांचल और उत्तर बिहार के क्षेत्रों में है।


🧮 कुल उम्मीदवार और प्रचार का माहौल

  • पहले चरण में कुल उम्मीदवारों की संख्या लगभग 1,314 है।
  • अब तक का प्रचार शांतिपूर्ण और मुद्दा-आधारित रहा है।
  • ग्रामीण इलाकों में स्थानीय समस्याएँ जैसे —
    🛣️ सड़क, ⚡ बिजली, 👨‍🌾 कृषि, 👷‍♂️ रोजगार और 🚰 पानी —
    निर्णायक मुद्दे बने हुए हैं।

🔍 राजनीतिक समीकरणों की झलक

6 नवंबर के मतदान के बाद राज्य की राजनीतिक दिशा का बड़ा संकेत मिल सकता है।किन ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय मुद्दे निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं — जैसे सड़क, बिजली, नौकरी और कृषि।

जातीय समीकरण और युवा मतदाता इस बार निर्णायक भूमिका में हैं।

महागठबंधन बनाम NDA की सीधी टक्कर ज़्यादातर सीटों पर है,
लेकिन जन सुराज पार्टी और AIMIM ने कई क्षेत्रों में मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया है।


📈 मतदान का महत्व

यह चरण बेहद निर्णायक है क्योंकि:

  • 🧭 कुल 243 सीटों में से 121 सीटें पहले चरण में हैं — यानी आधा चुनाव इसी में तय होगा।
  • 🗳️ ग्रामीण बिहार की भागीदारी से पता चलेगा कि जनता किसकी ओर झुक रही है।
  • 🧑‍⚖️ सरकार-विरोधी लहर (Anti-Incumbency) और जातीय समीकरणों की परीक्षा इसी चरण में होगी।

🚧 चुनौतियाँ और सुरक्षा व्यवस्था

बिहार चुनाव आयोग ने सुरक्षा और पारदर्शिता के लिए कड़े इंतज़ाम किए हैं।

🔹 सभी मतदान केंद्रों पर EVM + VVPAT मशीनें लगाई गई हैं।
🔹 संवेदनशील बूथों पर केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है।
🔹 CCTV मॉनिटरिंग और ड्रोन सर्विलांस से मतदान की निगरानी की जाएगी।
🔹 विशेष रूप से ग्रामीण और नदी-पार क्षेत्रों में मतदान सामग्री पहुँचाने के लिए हेलीकॉप्टर और नावों का उपयोग होगा।


🧾 मतदाता के लिए ज़रूरी बातें

✅ अपना नाम मतदाता सूची में अवश्य जाँच लें।
✅ मतदाता पहचान पत्र (EPIC) या कोई मान्य ID साथ रखें।
✅ मतदान केंद्र का पता और बूथ नंबर पहले से जान लें।
✅ लंबी कतार से बचने के लिए सुबह जल्दी मतदान करें।
✅ किसी दबाव या गड़बड़ी की स्थिति में तुरंत बूथ अधिकारी को सूचित करें।
✅ मतदान के बाद इंक लगवाना न भूलें — यह आपका गर्व है! 🇮🇳


🗣️ जिलेवार मतदान का माहौल

📍 मधेपुरा और सुपौल — यहाँ RJD और BJP के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है।
📍 गया और नवादा — यहाँ JD(U) की पकड़ मजबूत है, लेकिन महागठबंधन ने युवा उम्मीदवार उतारे हैं।
📍 भागलपुर और मुंगेर — शहरी मतदाता विकास, नौकरी और उद्योग को लेकर निर्णय करेंगे।
📍 किशनगंज और कटिहार — सीमावर्ती इलाकों में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अधिक है, AIMIM का प्रभाव देखने को मिल सकता है।


🔍 ईवीएम और पारदर्शिता

चुनाव आयोग ने कहा है कि हर वोट के साथ VVPAT पर्ची दिखाई जाएगी जिससे मतदाता यह सत्यापित कर सके कि उसका वोट सही उम्मीदवार को गया है।
हर जिले में मॉक पोलिंग की व्यवस्था की गई है ताकि मशीन की कार्यप्रणाली सही तरीके से परखी जा सके।


📣 मतदाता जागरूकता अभियान

  • मतदान ही हमारा अधिकार है” थीम पर राज्य भर में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
  • कॉलेज, पंचायत, और स्वयंसेवी संगठनों की मदद से युवा वर्ग को मतदान के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
  • सोशल मीडिया पर #VoteForBihar2025 ट्रेंड कर रहा है।

📊 पहले चरण की झलक

विषयविवरण
🗓️ मतदान तिथि6 नवंबर 2025
🏙️ जिले18 जिले
🪧 सीटें121 विधानसभा सीटें
👥 कुल मतदाता3.75 करोड़
🧑‍💼 उम्मीदवार1,314
🛡️ सुरक्षा बल40,000+ कर्मी
📦 मतदान केंद्र36,733
📅 परिणाम14 नवंबर 2025

🧠 विशेष विश्लेषण

🔸 बिहार का यह चुनाव केवल सरकार बदलने का नहीं, बल्कि दिशा तय करने का है।
🔸 रोजगार, शिक्षा, भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दे प्रमुख हैं।
🔸 युवा मतदाता निर्णायक भूमिका में होंगे, क्योंकि बिहार की आबादी में 18–35 वर्ष के युवाओं की हिस्सेदारी लगभग 60% है।


✍️ निष्कर्ष

पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को बिहार के 18 जिलों में 121 सीटों पर होने जा रहा है — यह राज्य की राजनीतिक दिशा तय करने वाला अहम मोड़ है।
मतदाता-सक्रियता, व्यवस्था-तैयारी तथा निष्पक्ष मतदान इस चुनाव को ऐतिहासिक बना सकती है।
हर मतदाता का वोट लोकतंत्र की ताकत है — इसलिए बाहर निकलिए और मतदान कीजिए! 🇮🇳


💬 अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में कितने चरण हैं?
👉 कुल दो चरण — 6 और 11 नवंबर को।

Q2. पहले चरण में कितनी सीटों पर मतदान होगा?
👉 121 विधानसभा सीटों पर।

Q3. पहले चरण का मतदान किन जिलों में होगा?
👉 18 जिलों में — जैसे मधेपुरा, गया, कटिहार, भागलपुर, सुपौल आदि।

Q4. पहले चरण में कुल मतदाता कितने हैं?
👉 लगभग 3.75 करोड़ मतदाता।

Q5. परिणाम कब घोषित होंगे?
👉 14 नवंबर 2025 को।

Q6. क्या EVM के साथ VVPAT का इस्तेमाल होगा?
👉 हाँ, हर बूथ पर VVPAT मशीनें लगाई गई हैं।

Q7. मतदान केंद्रों की कुल संख्या कितनी है?
👉 करीब 36,733 केंद्र।

Q8. क्या मतदान के दिन छुट्टी होगी?
👉 हाँ, जिन जिलों में मतदान होगा वहाँ सार्वजनिक अवकाश रहेगा।

Q9. अगर वोटर लिस्ट में नाम नहीं है तो क्या करें?
👉 तुरंत बूथ लेवल अधिकारी (BLO) से संपर्क करें या Form-6 भरें।

Q10. मतदाता ID भूल गए तो क्या करें?
👉 कोई और मान्य सरकारी पहचान पत्र (जैसे आधार, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट आदि) दिखा सकते हैं।


🧾 Disclaimer

यह लेख बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण की आधिकारिक जानकारी और विश्वसनीय स्रोतों के आधार पर तैयार किया गया है।
इसका उद्देश्य केवल जानकारी और जनजागरूकता फैलाना है।

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