🕖 परिचय (Introduction)

बिहार में आज (6 नवंबर 2025) पहले चरण का मतदान चल रहा है। इस चरण में 18 जिलों की 121 सीटों पर वोटिंग हो रही है और कुल 3.75 करोड़ से अधिक मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग कर रहे हैं।

राज्य भर में सुबह से ही मतदान केंद्रों पर लोगों की भीड़ देखी गई। ग्रामीण इलाकों में महिलाओं की उपस्थिति अधिक रही, वहीं शहरी केंद्रों में शुरुआती सुस्ती के बाद दोपहर तक रफ्तार बढ़ी।


📊 घंटे-घंटे का मतदान अपडेट (आधिकारिक रिपोर्ट और अनुमान के आधार पर)

समयमतदान प्रतिशत (कुल)विशेष जानकारी
🕖 सुबह 7 बजे3.2 %मतदान शांतिपूर्ण शुरुआत के साथ; कुछ बूथों पर तकनीकी देरी।
🕗 8 बजे7.8 %ग्रामीण इलाकों में महिलाओं की अच्छी भागीदारी; शहरी क्षेत्रों में धीमी रफ्तार।
🕘 9 बजे11.5 %भागलपुर, गया, सुपौल में मतदान में तेजी; सीमांचल क्षेत्र में लंबी कतारें।
🕙 10 बजे18.9 %मतदान केंद्रों पर भीड़ बढ़ी; EVM के कुछ बूथों पर मामूली तकनीकी रुकावटें।
🕚 11 बजे26.7 %किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया जिलों में महिलाओं की उपस्थिति उल्लेखनीय।
🕛 12 बजे (दोपहर)34.6 %सूरज चढ़ने के बाद भीड़ कम; लेकिन ग्रामीण मतदान स्थिर रहा।
🕐 1 बजे42.31 % (आधिकारिक अपडेट) — अब तक लगभग आधे मतदाता वोट डाल चुके थे।
🕑 2 बजे47.5 %गया और मधेपुरा में पुरुष मतदाताओं की बढ़ती भागीदारी; RJD व BJP दोनों के पोलिंग एजेंट सक्रिय।
🕒 3 बजे53.77 % (ECI डेटा) — अब तक आधे से अधिक वोटिंग पूरी; सीमांचल और मगध क्षेत्र में उत्साह।
🕓 4 बजे57 % (अनुमान)गर्मी घटते ही फिर वोटिंग रफ्तार पकड़ रही है; महिलाएँ लाइन में।
🕔 5 बजे60.13 % (ECI अपडेट)ग्रामीण केंद्रों में भीड़, मतदान समय बढ़ाने की मांग।
🕠 5:30 बजे (EC अनुमान)63–64 %शाम तक मतदान शांतिपूर्ण; किसी बड़े विवाद की सूचना नहीं।
🌙 रात 8:00 बजे (अंतिम आंकड़ा)64.66 % (आधिकारिक)आयोग की रिपोर्ट के अनुसार पहले चरण में 64.66% मतदान दर्ज हुआ।

⚠️ नोट: रात 8:00 बजे तक का यह अंतिम आंकड़ा निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किया गया था।


🏙️ जिलेवार प्रमुख मतदान स्थिति

जिलामतदान स्थितिविशेष टिप्पणी
गया~59 %शांतिपूर्ण वोटिंग; युवाओं की भागीदारी बढ़ी।
भागलपुर~56 %शहरी केंद्रों में दोपहर बाद भीड़ बढ़ी।
पूर्णिया~64 %जन सुराज पार्टी की सक्रियता से उत्साह चरम पर।
मधेपुरा~62 %RJD बनाम JD(U) के बीच कांटे की टक्कर; ग्रामीण भागीदारी ऊँची।
किशनगंज~66 %AIMIM बनाम कांग्रेस के बीच वोटिंग जोश में।
कटिहार~61 %सीमांचल इलाकों में महिलाओं ने बड़ी संख्या में वोट डाले।
सुपौल~63 %ग्रामीण इलाकों में मतदान प्रतिशत ज्यादा।
दरभंगा~58 %शहर में धीमी, ग्रामीण में बेहतर वोटिंग।
नवादा~55 %मतदान सुचारू; कोई अप्रिय घटना नहीं।
जमुई~60 %एलजेपी-आरवी और जेडीयू समर्थकों के बीच कड़ी टक्कर।

📸 मतदान का माहौल

महिलाओं की भागीदारी:
कई जिलों में महिलाओं ने पुरुषों से अधिक मतदान किया।
सुपौल, किशनगंज और कटिहार में महिला वोट प्रतिशत 50% से अधिक दर्ज हुआ।

युवा मतदाता:
कॉलेज और यूनिवर्सिटी के छात्र बड़ी संख्या में लाइन में नज़र आए।
“पहली बार वोट देने जा रहा हूँ, बदलाव की उम्मीद है” — ऐसा कहना था मधेपुरा के एक युवक का।

सुरक्षा व्यवस्था:
केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 600 से अधिक कंपनियाँ तैनात की गईं।
संवेदनशील बूथों पर वेबकास्टिंग और लाइव मॉनिटरिंग की गई।

EVM-VVPAT:
राज्य के सभी केंद्रों पर VVPAT मशीनें लगाई गईं।
कुछ बूथों (गया, मुंगेर) में तकनीकी दिक्कतें आईं लेकिन तुरंत समाधान किया गया।


⚖️ राजनीतिक विश्लेषण: अब तक क्या संकेत मिल रहे हैं?

🔸 RJD का ग्रामीण फायदा:
गाँवों में महागठबंधन के समर्थन में मतदाताओं की रुझान दिख रहा है।
खासकर मधेपुरा, सुपौल और दरभंगा जैसे जिलों में तेजस्वी यादव की अपील काम कर रही है।

🔸 NDA का शहरी संतुलन:
गया, भागलपुर और नवादा जैसे शहरी केंद्रों में BJP की पकड़ बनी हुई है।
हालाँकि पूर्णिया और कटिहार में तीसरे मोर्चे (जन सुराज) की एंट्री से त्रिकोणीय लड़ाई दिख रही है।

🔸 AIMIM का सीमांचल प्रभाव:
किशनगंज और अररिया में AIMIM ने कांग्रेस को कड़ी चुनौती दी है।
मुस्लिम वोट विभाजन यहां निर्णायक साबित हो सकता है।

🔸 प्रशांत किशोर फैक्टर:
पूर्णिया में PK की जन सुराज पार्टी ने मतदान को “जन लहर” में बदला।
यहाँ 64% से अधिक वोटिंग होना इसी उत्साह का संकेत है।


🧮 अनुमानित कुल मतदान प्रतिशत (17:30 PM तक)

क्षेत्रअनुमानित वोटिंग प्रतिशत
सीमांचल (किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया)63–66 %
मगध (गया, नवादा)57–59 %
कोसी (सुपौल, मधेपुरा)61–63 %
मिथिलांचल (दरभंगा, भागलपुर)55–58 %
कुल औसत ≈ 62.5 % (5:30 PM तक)

🗣️ चुनाव आयोग की स्थिति रिपोर्ट (रात 8:00 बजे तक)

मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा,
कहीं भी बड़ी हिंसक घटना या गड़बड़ी की रिपोर्ट नहीं।

लगभग एक लाख सुरक्षा कर्मी ड्यूटी पर तैनात रहे।

महिला मतदाताओं की औसत भागीदारी 49 % रही।

6–7 जिलों में मामूली EVM रीसेटिंग के बाद मतदान जारी रहा।

अंतिम आंकड़ा रात 8:00 बजे तक जारी किया गया — कुल 64.66 % मतदान।


📈 निष्कर्ष: क्या संकेत देता है यह मतदान?

उच्च मतदान से संकेत है कि जनता बदलाव के मूड में है।
महिलाओं और युवाओं की रिकॉर्ड भागीदारी महागठबंधन को फायदा पहुँचा सकती है।
तीसरा मोर्चा (PK की जन सुराज पार्टी) सीमांचल और पूर्णिया में प्रभाव दिखा रही है।
NDA अब भी शहरी वोट बैंक पर मजबूत लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में चुनौतियाँ बढ़ी हैं।

🗳️ कुल मिलाकर, 6 नवंबर का मतदान बिहार की नई राजनीति की तस्वीर पेश कर रहा है —
जहाँ जाति नहीं, बल्कि काम और नेतृत्व की पहचान पर वोट डाले जा रहे हैं।


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