📖 वेद (Vedas) – सनातन धर्म का मूल आधार
वेद सनातन धर्म के सबसे प्राचीन और पवित्र ग्रंथ हैं। इन्हें अपौरुषेय कहा जाता है, यानी इन्हें किसी मनुष्य ने नहीं लिखा। ये ईश्वर प्रदत्त ज्ञान माने जाते हैं। ऋषि–मुनियों ने इन्हें गहन साधना के दौरान श्रवण (श्रुति) रूप में सुना और आगे शिष्यों को बताया। इसलिए वेदों को “श्रुति” भी कहा जाता है।
महर्षि वेदव्यास ने इन वेदों का संकलन कर इन्हें चार भागों में विभाजित किया।
🔹 चार वेद (4 Vedas)
हिंदी नाम | English Name | ऋषि (Attributed Rishi) | विशेषता |
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ऋग्वेद | Rigveda | ऋषि वशिष्ठ / विश्वामित्र | 1028 सूक्त; देवताओं की स्तुति और मंत्र |
यजुर्वेद | Yajurveda | ऋषि याज्ञवल्क्य | यज्ञ और अनुष्ठान की विधियाँ |
सामवेद | Samaveda | ऋषि जैमिनि | संगीत और स्वर आधारित मंत्र |
अथर्ववेद | Atharvaveda | ऋषि अथर्वा और अंगिरस | चिकित्सा, दैनिक जीवन, तंत्र–मंत्र |
🔹 वेदों का विस्तृत परिचय (Detailed Explanation of Each Veda)
1. ऋग्वेद (Rigveda)
ऋग्वेद को सबसे प्राचीन ग्रंथ माना जाता है। इसमें 1028 सूक्त (hymns) और 10 मंडल हैं। इसमें अग्नि, इंद्र, वरुण, मित्र, ऊषा आदि देवताओं की स्तुति है। ऋग्वेद में धार्मिक अनुष्ठानों के साथ-साथ खगोल, भूगोल और समाज जीवन का भी उल्लेख मिलता है।
2. यजुर्वेद (Yajurveda)
यजुर्वेद को “यज्ञ वेद” भी कहा जाता है। इसमें यज्ञ और अनुष्ठान की विधियों का विस्तार से वर्णन है। इसमें दो शाखाएँ हैं – शुक्ल यजुर्वेद और कृष्ण यजुर्वेद। ऋषि याज्ञवल्क्य को इसका प्रमुख प्रवर्तक माना जाता है।
3. सामवेद (Samaveda)
सामवेद को “संगीत का जनक” कहा जाता है। इसमें ऋग्वेद के ही कई मंत्र स्वर और संगीत में गाए जाते हैं। यह भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य का आधार माना जाता है। ऋषि जैमिनि सामवेद से जुड़े माने जाते हैं।
4. अथर्ववेद (Atharvaveda)
अथर्ववेद में दैनिक जीवन, चिकित्सा, आयुर्वेद, तंत्र–मंत्र, रोग निवारण और सामाजिक जीवन की बातें हैं। इसमें जादू–टोना, दवा–इलाज और घर–परिवार के सुख–शांति के लिए मंत्र मिलते हैं। ऋषि अथर्वा और अंगिरस को इससे सम्बंधित माना जाता है।
🔹 रोचक तथ्य (Interesting Facts)
- वेदों को “श्रुति” कहा जाता है क्योंकि ये सुने गए थे, लिखे नहीं।
- महर्षि वेदव्यास ने इनका संकलन किया और चार भागों में विभाजित किया।
- ऋग्वेद दुनिया का सबसे पुराना ग्रंथ है।
- वेदों में केवल धर्म नहीं बल्कि विज्ञान, गणित, खगोल और चिकित्सा का भी ज्ञान है।
- सामवेद भारतीय शास्त्रीय संगीत का मूल स्रोत है।
📌 निष्कर्ष (Conclusion)
चार वेद – ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद – केवल धार्मिक ग्रंथ ही नहीं, बल्कि मानव सभ्यता के सबसे प्राचीन ज्ञान का भंडार हैं। ये वेद सनातन धर्म की नींव और विश्व को दिया गया सबसे बड़ा उपहार हैं।