📖 उपनिषद (Upanishads)
उपनिषद शब्द तीन भागों से बना है – “उप” (निकट), “नि” (नीचे), “सद्” (बैठना)। इसका अर्थ है – “गुरु के पास बैठकर ज्ञान प्राप्त करना।”
उपनिषद वेदों का अंतिम भाग हैं, इसलिए इन्हें वेदांत भी कहा जाता है। ये ग्रंथ आत्मा, ब्रह्म, मोक्ष और जीवन के सत्य को समझाते हैं।
🔹 उपनिषद किसने लिखे? (Who wrote Upanishads?)
उपनिषद किसी एक लेखक द्वारा नहीं लिखे गए। इन्हें ऋषि–मुनियों ने ध्यान और अनुभूति के माध्यम से श्रुति रूप में पाया और शिष्यों को सुनाया। इसलिए ये अपौरुषेय (Not human-authored) कहे जाते हैं।
🔹 कितने उपनिषद हैं? (Total Upanishads)
- विद्वानों के अनुसार 200 से अधिक उपनिषदों का उल्लेख मिलता है।
- परंपरा में 108 उपनिषद मान्य हैं।
- इनकी सूची मुक्तिका उपनिषद में दी गई है, जहाँ भगवान श्रीराम ने हनुमान जी को 108 उपनिषद बताए।
- इनमें से 12 उपनिषद प्रमुख और वेदान्त दर्शन का मूल आधार माने जाते हैं।
🔹 उपनिषदों की श्रेणियाँ (Categories of Upanishads)
- मुख्य उपनिषद (Principal / Mukhya Upanishads)
- संन्यास उपनिषद (Sannyasa Upanishads)
- शैव उपनिषद (Shaiva Upanishads)
- वैष्णव उपनिषद (Vaishnava Upanishads)
- शाक्त उपनिषद (Shakta Upanishads)
- योग उपनिषद (Yoga Upanishads)
🔹 12 मुख्य उपनिषद (12 Principal Upanishads)
क्रमांक | हिंदी नाम | English Name | Veda |
---|---|---|---|
1 | ईश | Isha | Yajurveda |
2 | केन | Kena | Samaveda |
3 | कठ | Katha | Yajurveda |
4 | प्रश्न | Prashna | Atharvaveda |
5 | मुण्डक | Mundaka | Atharvaveda |
6 | माण्डूक्य | Mandukya | Atharvaveda |
7 | तैत्तिरीय | Taittiriya | Yajurveda |
8 | ऐतरेय | Aitareya | Rigveda |
9 | छान्दोग्य | Chandogya | Samaveda |
10 | बृहदारण्यक | Brihadaranyaka | Yajurveda |
11 | श्वेताश्वतर | Shvetashvatara | Yajurveda |
12 | कौषीतकी | Kaushitaki | Rigveda |
🔹 रोचक तथ्य (Interesting Facts)
- उपनिषदों को वेदांत कहा जाता है क्योंकि ये वेदों का अंतिम भाग हैं।
- माण्डूक्य उपनिषद सबसे छोटा है (केवल 12 मंत्र)। बृहदारण्यक उपनिषद सबसे बड़ा।
- श्रेणियाँ: वैदिक, योग, शैव, वैष्णव, शाक्त, संन्यास उपनिषद।
- 108 उपनिषदों की सूची केवल मुक्तिका उपनिषद में मिलती है।
- भगवद्गीता को भी कभी–कभी “गीतोपनिषद” कहा जाता है।
📌 निष्कर्ष (Conclusion)
उपनिषद आत्मा, ब्रह्म और मोक्ष का ज्ञान कराते हैं। ये हमें सिखाते हैं कि आत्मा और परमात्मा एक ही हैं। इसीलिए उपनिषदों को आध्यात्मिक ज्ञान का सार कहा गया है।
✨ “उपनिषद सत्य की खोज और आत्मा–ब्रह्म की एकता का मार्ग दिखाते हैं।” ✨
📌 Disclaimer: यह जानकारी प्राचीन उपनिषदों (विशेषकर मुक्तिका उपनिषद) तथा पारंपरिक मान्यताओं पर आधारित है।
📖 108 उपनिषदों की पूरी सूची (Complete List of 108 Upanishads)
👉विभाजन:
- ऋग्वेद – 10 उपनिषद
- यजुर्वेद – 32 उपनिषद
- सामवेद – 16 उपनिषद
- अथर्ववेद – 50 उपनिषद
क्रमांक | हिंदी नाम | English Name |
---|---|---|
1 | ऐतरेय | Aitareya |
2 | कौषीतकी | Kaushitaki |
3 | नादबिन्दु | Nadabindu |
4 | अक्षि | Akshi |
5 | अव्यक्त | Avyakta |
6 | संख्या | Sankhya |
7 | सुभाल | Subala |
8 | संकल्प | Sankalpa |
9 | सौंदर्य | Soundarya |
10 | सौम्य | Saumya |
क्रमांक | हिंदी नाम | English Name |
---|---|---|
1 | ईश | Isha |
2 | बृहदारण्यक | Brihadaranyaka |
3 | तैत्तिरीय | Taittiriya |
4 | कठ | Katha |
5 | श्वेताश्वतर | Shvetashvatara |
6 | मैत्री | Maitri |
7 | कैवल्य | Kaivalya |
8 | पारमहंस | Paramahamsa |
9 | सर्वसार | Sarvasara |
10 | नरसिंहतापिनी | Nrisimhatapini |
11 | अन्नपूर्ण | Annapurna |
12 | कण्ठ | Katha-shruti |
13 | शिवसंकल्प | Shiva-sankalpa |
14 | मुक्तिका | Muktika |
15 | हंस | Hamsa |
16 | जाबाल | Jabala |
17 | दक्षिणामूर्ति | Dakshinamurti |
18 | अकालक | Akala |
19 | रुद्र | Rudra |
20 | योगतत्त्व | Yogatattva |
21 | योगशिखा | Yogashikha |
22 | अवधूत | Avadhuta |
23 | नरसिंह | Narasimha |
24 | त्रिपादविभूति | Tripad-vibhuti |
25 | शुक्लयजु | Shukla Yajur |
26 | कृष्णयजु | Krishna Yajur |
27 | प्राणाग्निहोत्र | Pranagnichhoti |
28 | आत्मा | Atma |
29 | गणपति | Ganapati |
30 | सर्वस्व | Sarvasva |
31 | त्रिकाल | Trikala |
32 | याज्ञवल्क्य | Yajnavalkya |
क्रमांक | हिंदी नाम | English Name |
---|---|---|
1 | केन | Kena |
2 | छान्दोग्य | Chandogya |
3 | अर्हुण | Arhuna / Arjuna |
4 | संन्यास | Sannyasa |
5 | महा | Maha |
6 | रहस्य | Rahasya |
7 | सावित्र | Savitri |
8 | त्रिशिखी | Trishikhi |
9 | वामदेव | Vamadeva |
10 | आत्मविद्या | Atmavidya |
11 | संहिता | Samhita |
12 | सूर्य | Surya |
13 | आर्षेय | Arsheya |
14 | पुष्कर | Pushkara |
15 | सामविद्या | Samavidya |
16 | महानारायण | Mahanarayana |
क्रमांक | हिंदी नाम | English Name |
---|---|---|
1 | प्रश्न | Prashna |
2 | मुण्डक | Mundaka |
3 | माण्डूक्य | Mandukya |
4 | गोपाल-तापिनी | Gopala-tapaniya |
5 | नरसिंह-तापिनी | Nrisimha-tapaniya |
6 | सूर्य | Surya |
7 | अन्न | Anna |
8 | भल्लव | Bhalla |
9 | संध्या | Sandhya |
10 | सावर्ण | Savarni |
11 | शिखा | Shikha |
12 | नारायण | Narayana |
13 | पारमहंस | Paramahamsa |
14 | देवी | Devi |
15 | भक्तिमाला | Bhaktimala |
16 | त्रिपुरा | Tripura |
17 | सावित्र | Savitri |
18 | शांडिल्य | Shandilya |
19 | महावाक्य | Mahavakya |
20 | तारा | Tara |
21 | शिव | Shiva |
22 | कालाग्नि | Kaalagni |
23 | ध्यान | Dhyana |
24 | सांख्य | Sankhya |
25 | अध्यात्म | Adhyatma |
26 | पंचब्रह्म | Panchabrahma |
27 | सार | Sara |
28 | राम-तापिनी | Rama-tapini |
29 | हनुमत | Hanumat |
30 | शक्ति | Shakti |
31 | सुदर्शन | Sudarshana |
32 | तुलसी | Tulasi |
33 | कौषीतकी (लघु) | Kaushitaki Minor |
34 | नरसिंह (लघु) | Narasimha Minor |
35 | पाराशरी | Parashari |
36 | कपिल | Kapila |
37 | वरुण | Varuna |
38 | कालि | Kali |
39 | जाबाल (लघु) | Jabala Minor |
40 | तारक | Taaraka |
41 | भागवत | Bhagavata |
42 | देव | Deva |
43 | कौमार | Kumara |
44 | अर्धनारीश्वर | Ardhanarishvara |
45 | त्रिपुरा-तापिनी | Tripura-tapini |
46 | गोप्य | Gopya |
47 | पारमहंस (लघु) | Paramahamsa Minor |
48 | मुक्ता | Mukta |
49 | शिवोपनिषद | Shivopanishad |
50 | आत्मोपनिषद | Atmopanishad |
📌 निष्कर्ष (Conclusion)
✨मुक्तिका उपनिषद में भगवान श्रीराम ने हनुमान जी को 108 उपनिषद बताए, जिनमें 12 प्रमुख और 96 गौण हैं।
उपनिषद वेदान्त दर्शन सनातन धर्म का आध्यात्मिक खज़ाना हैं। इन उपनिषदों में आत्मा, ब्रह्म और मोक्ष का ज्ञान छिपा है।
उपनिषद सत्य की खोज और आत्मा–ब्रह्म की एकता का मार्ग मोक्ष और आध्यात्मिक ज्ञान की व्याख्या की गई हैं। ✨
📌 Disclaimer: यह सूची मुक्तिका उपनिषद और पारंपरिक मान्यताओं पर आधारित है।
सभी नाम विभिन्न संहिताओं और विद्वानों की व्याख्या से संकलित किए गए हैं।