Month: August 2023

शकुनि का इतिहास (History of Shakuni)

शकुनि (संस्कृत: शकुनि, आईएएसटी: शकुनि, शाब्दिक रूप से ‘पक्षी’) हिंदू महाकाव्य महाभारत के विरोधियों में से एक है। परिचय के समय वह गांधार राज्य के राजकुमार थे, बाद में अपने…

Devguru Brihaspati-Guru of the Hindu Gods(देवगुरु बृहस्पति – हिंदू देवताओं के गुरु)

गुरु बृहस्पति या ब्राह्मणस्पति – प्रार्थना, भक्ति, या पवित्र भाषण के स्वामी – एक वैदिक ऋषि हैं और उन्हें अक्सर सभी देवताओं के शिक्षक और सलाहकार के रूप में उल्लेख…

भारद्वाज ऋषि का जीवन परिचय | Biography of “Bharadwaj Rishi” in hindi

वैदिक ऋषियों में भारद्वाज ऋषि (bhardwaj rishi) का उच्च स्थान है। अंगिरावंशी भारद्वाज के पिता बृहस्पति और माता ममता थीं। Bhardwaj Rishi ka Jivan Parichay: भारद्वाज ऋषि प्राचीन भारतीय ऋषि…

रावण रचित शिव तांडव स्तोत्र लिरिक्स (Lyrics ) और अर्थ

इस लेख में सद्‌गुरु शिव के महान भक्त रावण की एक कहानी सुना रहे हैं कि आखिर क्यों शिव ने उन्हें कैलाश के शिखर से नीचे गिरा दिया । भगवान…

The story of Duryodhana,(दुर्योधन कौन था, दुर्योधन का जीवन परिचय)

हिंदू महाकाव्य महाभारत में, दुर्योधन (दुर्योधन) रानी गांधारी के अंधे राजा धृतराष्ट्र का सबसे बड़ा पुत्र है, एक सौ कौरव भाइयों में सबसे बड़ा और पांडवों का मुख्य प्रतिद्वंद्वी है।…

Who is Ashwathama? why Ashwathama kills Pandvas son? & why Ashwathama was cursed by Lord Krishna? Is he still alive? The Death of Dronacharya(अश्वत्थामा कौन था? अश्वत्थामा ने पांडवों के बालक को क्यों मारा? और अश्वत्थामा को भगवान कृष्ण ने श्राप क्यों दिया था? क्या वह अभी भी जिंदा है? द्रोणाचार्य की मृत्यु कैसे हुई?)

Introduction In the rich tapestry of Hindu mythology and ancient epics, there are figures that stand out like stars against the night sky. Among these, Ashwathama, a character from the…

आखिर क्यों गंगा जी ने अपने 7 पुत्रो को गंगा मे बहा दिये।

इसलिए गंगा ने बहाए थे सातों पुत्र: एक बार ‘द्यु’ नामक वसु ने वशिष्ठ ऋषि की कामधेनु का हरण कर लिया। इससे वशिष्ठ ऋषि ने द्यु से कहा कि ऐसा…

महाराज शांतनु कौन थे ।

राजा शांतनु महाभारत के एक प्रमुख पात्र थे। वे ब्रह्मदेव के श्राप के कारण पृथ्वी पर शांतनु के रूप में जन्म लिए। वे हस्तिनापुर नरेश प्रतीप के पुत्र थे राजा…

भीष्म पितामह का जीवन परिचय

भीष्म पितामह आदर्श पितृ-भक्त, आदर्श सत्यप्रतिज्ञ, शास्त्रों के महान ज्ञाता तथा परम भगवद्भक्त थे। इनके पिता भारत वर्ष के चक्रवर्ती सम्राट् महाराज शान्तनु तथा माता भगवती गंगा जी थीं। महर्षि…

श्री शीतला चालीसा (Sheetala Chalisa)

शीतला चालीसा ॥ दोहा॥जय जय माता शीतला ,तुमहिं धरै जो ध्यान ।होय विमल शीतल हृदय,विकसै बुद्धी बल ज्ञान ॥ घट-घट वासी शीतला,शीतल प्रभा तुम्हार ।शीतल छइयां में झुलई,मइयां पलना डार…

कुबेर चालीसा (Kuber Chalisa)

कुबेर चालीसा (Kuber Chalisa) ॥ दोहा ॥जैसे अटल हिमालय,और जैसे अडिग सुमेर ।ऐसे ही स्वर्ग द्वार पे,अविचल खडे कुबेर ॥ विघ्न हरण मंगल करण,सुनो शरणागत की टेर ।भक्त हेतु वितरण…

राम चालीसा (Ram Chalisa)

राम चालीसा (Ram Chalisa) ॥ दोहा ॥आदौ राम तपोवनादि गमनं हत्वाह् मृगा काञ्चनंवैदेही हरणं जटायु मरणं सुग्रीव संभाषणं बाली निर्दलं समुद्र तरणं लङ्कापुरी दाहनम्पश्चद्रावनं कुम्भकर्णं हननं एतद्धि रामायणं ॥ चौपाई…

श्री गायत्री चालीसा (Shri Gayatri Chalisa)

श्री गायत्री चालीसा ॥ दोहा ॥हीं श्रीं, क्लीं, मेधा, प्रभा, जीवन ज्योति प्रचण्ड ।शांति, क्रांति, जागृति, प्रगति, रचना शक्ति अखण्ड ॥जगत जननि, मंगल करनि, गायत्री सुखधाम ।प्रणवों सावित्री, स्वधा, स्वाहा…

विष्णु चालीसा (Vishnu Chalisa)

विष्णु चालीसा ॥ दोहा॥विष्णु सुनिए विनय सेवक की चितलाय ।कीरत कुछ वर्णन करूं दीजै ज्ञान बताय । ॥ चौपाई ॥नमो विष्णु भगवान खरारी ।कष्ट नशावन अखिल बिहारी ॥ प्रबल जगत…

कैला देवी चालीसा (Kaila Devi Chalisa)

कैला देवी चालीसा ॥ दोहा ॥जय जय कैला मात हेतुम्हे नमाउ माथ ॥शरण पडूं में चरण मेंजोडूं दोनों हाथ ॥ आप जानी जान होमैं माता अंजान ॥क्षमा भूल मेरी करोकरूँ…

भैरव चालीसा (Bhairav Chalisa)

भैरव चालीसा ॥ दोहा ॥श्री गणपति गुरु गौरी पदप्रेम सहित धरि माथ ।चालीसा वंदन करोश्री शिव भैरवनाथ ॥ श्री भैरव संकट हरणमंगल करण कृपाल ।श्याम वरण विकराल वपुलोचन लाल विशाल…

श्री लक्ष्मी चालीसा (Shri Lakshmi Chalisa)

श्री लक्ष्मी चालीसा ॥ दोहा॥मातु लक्ष्मी करि कृपा,करो हृदय में वास ।मनोकामना सिद्घ करि,परुवहु मेरी आस ॥ ॥ सोरठा॥यही मोर अरदास,हाथ जोड़ विनती करुं ।सब विधि करौ सुवास,जय जननि जगदंबिका…

विन्ध्येश्वरी चालीसा (Vindhyeshvari Chalisa)

श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा ॥ दोहा ॥नमो नमो विन्ध्येश्वरी,नमो नमो जगदम्ब ।सन्तजनों के काज में,करती नहीं विलम्ब ॥ जय जय जय विन्ध्याचल रानी।आदिशक्ति जगविदित भवानी ॥ सिंहवाहिनी जै जगमाता ।जै जै…

गंगा चालीसा (Ganga Chalisa)

गंगा चालीसा ॥दोहा॥जय जय जय जग पावनी,जयति देवसरि गंग ।जय शिव जटा निवासिनी,अनुपम तुंग तरंग ॥ ॥चौपाई॥जय जय जननी हराना अघखानी ।आनंद करनी गंगा महारानी ॥ जय भगीरथी सुरसरि माता…

पार्वती चालीसा (Parvati Chalisa)

पार्वती चालीसा ॥ दोहा ॥जय गिरी तनये दक्षजेशम्भू प्रिये गुणखानि ।गणपति जननी पार्वतीअम्बे! शक्ति! भवानि ॥ ॥ चौपाई ॥ब्रह्मा भेद न तुम्हरो पावे ।पंच बदन नित तुमको ध्यावे ॥ षड्मुख…

माँ महाकाली – जय काली कंकाल मालिनी! (Maa Maha Kali Jai Kali Kankal Malini)

माँ महाकाली – जय काली कंकाल मालिनी! चालीसा ॥ दोहा ॥जय जय सीताराम के मध्यवासिनी अम्ब,देहु दर्श जगदम्ब अब करहु न मातु विलम्ब ॥ जय तारा जय कालिका जय दश…

माँ काली चालीसा – (Kali Chalisa)

माँ काली चालीसा ॥दोहा॥जयकाली कलिमलहरण,महिमा अगम अपार ।महिष मर्दिनी कालिका,देहु अभय अपार ॥ ॥ चौपाई ॥अरि मद मान मिटावन हारी ।मुण्डमाल गल सोहत प्यारी ॥ अष्टभुजी सुखदायक माता ।दुष्टदलन जग…

शीतला चालीसा (Sheetala Chalisa)

शीतला चालीसा ॥ दोहा॥जय जय माता शीतला ,तुमहिं धरै जो ध्यान ।होय विमल शीतल हृदय,विकसै बुद्धी बल ज्ञान ॥ घट-घट वासी शीतला,शीतल प्रभा तुम्हार ।शीतल छइयां में झुलई,मइयां पलना डार…

नर्मदा चालीसा – (Narmada Chalisa)

श्री नर्मदा चालीसा ॥ दोहा॥देवि पूजित, नर्मदा,महिमा बड़ी अपार ।चालीसा वर्णन करत,कवि अरु भक्त उदार॥ इनकी सेवा से सदा,मिटते पाप महान ।तट पर कर जप दान नर,पाते हैं नित ज्ञान…

सरस्वती चालीसा (Saraswati Chalisa)

सरस्वती चालीसा ॥ दोहा ॥जनक जननि पद्मरज,निज मस्तक पर धरि ।बन्दौं मातु सरस्वती,बुद्धि बल दे दातारि ॥ पूर्ण जगत में व्याप्त तव,महिमा अमित अनंतु।दुष्जनों के पाप को,मातु तु ही अब…

एलोन मस्क का जीवन परिचय

एलोन मस्क एक दक्षिण अफ़्रीकी मूल के अमेरिकी उद्यमी हैं जिन्होंने इलेक्ट्रॉनिक-भुगतान फर्म पेपाल की सह-स्थापना की और लॉन्च वाहनों और अंतरिक्ष यान के निर्माता स्पेसएक्स का गठन किया। वह…

अन्नपूर्णा चालीसा ( Annpurna Chalisa)

॥ माँ अन्नपूर्णा चालीसा ॥ ॥ दोहा ॥विश्वेश्वर पदपदम की रज निज शीश लगाय ।अन्नपूर्णे, तव सुयश बरनौं कवि मतिलाय । ॥ चौपाई ॥नित्य आनंद करिणी माता,वर अरु अभय भाव…

विश्वकर्मा चालीसा (Vishwakarma Chalisa)

विश्वकर्मा चालीसा ॥ दोहा ॥श्री विश्वकर्म प्रभु वन्दऊं,चरणकमल धरिध्यान ।श्री, शुभ, बल अरु शिल्पगुण,दीजै दया निधान ॥ ॥ चौपाई ॥जय श्री विश्वकर्म भगवाना ।जय विश्वेश्वर कृपा निधाना ॥ शिल्पाचार्य परम…

राधा चालीसा – जय वृषभान कुंवारी श्री श्यामा (Radha Chalisa – Jai Vrashbhan Kumari Shri Shyama)

राधा चालीसा – जय वृषभान कुंवारी श्री श्यामा ॥ दोहा ॥श्री राधे वुषभानुजा,भक्तनि प्राणाधार ।वृन्दाविपिन विहारिणी,प्रानावौ बारम्बार ॥ जैसो तैसो रावरौ,कृष्ण प्रिय सुखधाम ।चरण शरण निज दीजिये,सुन्दर सुखद ललाम ॥…

श्री झूलेलाल चालीसा (Shri Jhulelal Chalisa)

श्री झूलेलाल चालीसा ॥ दोहा ॥जय जय जल देवता,जय ज्योति स्वरूप ।अमर उडेरो लाल जय,झुलेलाल अनूप ॥ ॥ चौपाई ॥रतनलाल रतनाणी नंदन ।जयति देवकी सुत जग वंदन ॥ दरियाशाह वरुण…